नफरतों में क्या रखा

नफरतों में क्या रखा हैं मोहब्बत से जीना सीखो. क्योकि ये दुनियाँ न तो हमारा घर है और न ही आप का ठिकाना याद रहे ! दूसरा मौका सिर्फ कहानियाँ देती हैं, जिन्दगी नही.

0 comments:

Post a Comment