❝ खुल जाता है तेरी यादों का बाजार सुबह सुबह, और इसी रौनक में मेरा दिन गुज़र जाता है. प्यार का रिश्ता भी कितना अजीब होता है। मिल जाये तो बातें लंबी और बिछड़ जायें तो यादें लंबी। बीता हुआ कल जा रहा है उसकी याद में ही खुश हुँ, आने वाले कल का पता नही इंतजार में ही खुश हूँ..! ❞
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