Zinda Hai Shaahajahaan Kee Chaahatज़िंदा है शाहजहाँ की चाहत अब तक, गवाह है मुमताज़ की उल्फत अब तक, जाके देखो ताज महल को ए दोस्तों, पत्थर से टपकती है मोहब्बत अब तक..…Read More
Aansuon Kee Boonden Hain Yaआंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है, न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है, यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का, उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है..…Read More
Har Subah Har Shaam Teraहर सुबह हर शाम तेरा इंतज़ार किया करते हैं, हर एक ख्वाब मैं तेरा दीदार किया करते हैं , ख्वाहिश तो बहुत हैं जीने की तू जीना सीखा दे, ये ख्वाहिश पूरी होगी…Read More
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