Har Subah Har Shaam Tera Hindi Dard Bhari Shayari No comments हर सुबह हर शाम तेरा इंतज़ार किया करते हैं, हर एक ख्वाब मैं तेरा दीदार किया करते हैं , ख्वाहिश तो बहुत हैं जीने की तू जीना सीखा दे, ये ख्वाहिश पूरी होगी इसी आस मैं जिया करते हैं.. Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Related Posts:मैं उस किताबमैं उस किताब का आख़िरी पन्ना था, मैं ना होता तो कहानी ख़त्म न होती.… Read Moreटूटे मक़ान वालाटूटे मक़ान वाला, दिल में ताजमहल रखता हूँ, बात गहरी मगर अल्फ़ाज़ सरल रखता हूँ.… Read Moreनहीं मिला कोईनहीं मिला कोई तुम जैसा आज तक, पर ये सितम अलग है की मिले तुम भी नही.… Read More
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