Itanee Udaasee Kyo Jab

इतनी उदासी क्यों जब नसा- ए- शाम आपके पास है, इतनी मुस्कराहट क्यों जब दिल्लगी की बात है, जो दूर जाता है उसकी भी कोई मजबूरी होगी, केवल आपकी ही नही उसकी भी मोहब्बत अधूरी होगी.

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