Kuchh Tum Ko Sach Se Hindi Dard Bhari Shayari No comments कुछ तुम को सच से नफरत थी, कुछ हम से न बोले झूट गए, कुछ लोगों ने उकसाया तुम्हें, कुछ अपने मुक़द्दर फूट गए, कुछ खुद इतने चालाक न थे, कुछ लोग भी हम को लूट गए, कुछ उम्मीद भी हद से ज्यादा थे, की मेरे ख्वाब ही सारे टूट गए.. Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Related Posts:नहीं मिला कोईनहीं मिला कोई तुम जैसा आज तक, पर ये सितम अलग है की मिले तुम भी नही.… Read Moreये भी एक तमाशाये भी एक तमाशा है, इश्क और मोहब्बत में दिल किसी का होता है और बस किसी का चलता है.… Read Moreमैं उस किताबमैं उस किताब का आख़िरी पन्ना था, मैं ना होता तो कहानी ख़त्म न होती.… Read More
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