Mahaphil Mein Muskuraana Mera Mijaaj Hindi Dard Bhari Shayari No comments महफिल में मुस्कुराना मेरा मिजाज बन गया, तन्हाई में रोना भी एक राज बन गया, दिल के जख्म को चेहरे से जाहिर न होने दिया, यही जिन्दगी में मेरे जीने का अंदाज बन गया.. Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Related Posts:लुट लेते हैलुट लेते है अपने ही वरना, गैरों को कहां पता इस दील की दीवार कहां से कमजोर है.… Read Moreहमें भी शौक थाहमें भी शौक था दरिया -ऐ इश्क में तैरने का, एक शख्स ने ऐसा डुबाया कि अभी तक किनारा न मिला.… Read Moreहुस्न वाले जबहुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का, बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम.… Read More
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