Mahaphil Mein Muskuraana Mera Mijaaj Hindi Dard Bhari Shayari No comments महफिल में मुस्कुराना मेरा मिजाज बन गया, तन्हाई में रोना भी एक राज बन गया, दिल के जख्म को चेहरे से जाहिर न होने दिया, यही जिन्दगी में मेरे जीने का अंदाज बन गया.. Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Related Posts:हर रोज़ खा जातेहर रोज़ खा जाते थे वो कसम मेरे नाम की, आज पता चला की जिंदगी धीरे धीरे ख़त्म क्यूँ हो रही है.… Read Moreतुमको बहार समझतुमको बहार समझ कर, जीना चाहता था उम्र भर, भूल गया था की मौसम तो बदल जाते हैं.… Read Moreबेवफा कहने सेबेवफा कहने से पहले मेरी रग रग का खून निचोड़ लेना, कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे छोड़ देना.… Read More
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