मंजिलें खामोश है ,शोर करता ये रास्ता तो है, दिल्लगी का हीं सही ,साथ कोई वास्ता तो है, कौन कहता है हमारे दरमियाँ कुछ भी नहीं, नामुक़्कमल इक अधूरी अनकही दास्ताँ तो है..
Aansuon Kee Boonden Hain Yaआंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है, न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है, यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का, उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है..…Read More
Har Subah Har Shaam Teraहर सुबह हर शाम तेरा इंतज़ार किया करते हैं, हर एक ख्वाब मैं तेरा दीदार किया करते हैं , ख्वाहिश तो बहुत हैं जीने की तू जीना सीखा दे, ये ख्वाहिश पूरी होगी…Read More
Aaj Kisee Kee Dua Keeआज किसी की दुआ की कमी है, तभी तो हमारी आँखों में नमी है, कोई तो है जो भूल गया हमें, पर हमारे दिल में उसकी जगह वही है..…Read More
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