मंजिलें खामोश है ,शोर करता ये रास्ता तो है, दिल्लगी का हीं सही ,साथ कोई वास्ता तो है, कौन कहता है हमारे दरमियाँ कुछ भी नहीं, नामुक़्कमल इक अधूरी अनकही दास्ताँ तो है..
Mere Qadamon Mein Pooreeमेरे क़दमों में पूरी कायनात भी रख दी गई थी …. .. ए “बेवफा हमने तब भी तुम्हारी यादों का सौदा नहीं किया ..Mere Qadamon Mein Pooree Kaayanaat Bhee Rakh Di…Read More
Kaas Ke Vo Lot Aayeकास के वो लोट आये मुझसे ये कहने , की तुम कोन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले !Kaas Ke Vo Lot Aaye Mujhase Ye Kahane , Ki Tum Kon Hote Ho Mujhase Bichhadane …Read More
Yu Hee Mil Gayi Theयू ही मिले थे वो हमे अंजान बनकर, दिल मे मेरे बस गये पहचान बनकर, जाना नही था फिर भी वो दुर चली गयी, आज मिली भी तो किसी से नाम का सिंधुर बनकर !!!Yu Hee …Read More
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