इज़हार -ए- इश्क़दिल में अलग सा ये शोर क्यों हैंउलझी तेरे मेरे रिश्तो की डोर क्यों हैजरा गौर से देख तो सही तेरे हाथो मेंमेरे प्यार की छोटी सी लकीर हैंफिर तेरी उम्मीद इ…Read More
ज़िंदगी में बार बारज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता, बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता, है जो पास उसे संभाल के रखना, खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता..…Read More
दिल से रोये मगर"दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे, यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे, वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का, और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे."…Read More
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