Teree Aankho Ko Kis Kee Hindi Dard Bhari Shayari No comments तेरी आँखो को किस की जुस्तजू है, क्यू शाम से चरागँ जला के बेठे हो, ये रात महक जाती है फूलो की मानिंद, किस फरिश्ते को गले लगा के बेठे हो.. Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Related Posts:हुस्न वाले जबहुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का, बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम.… Read Moreलुट लेते हैलुट लेते है अपने ही वरना, गैरों को कहां पता इस दील की दीवार कहां से कमजोर है.… Read Moreहमें भी शौक थाहमें भी शौक था दरिया -ऐ इश्क में तैरने का, एक शख्स ने ऐसा डुबाया कि अभी तक किनारा न मिला.… Read More
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