एक व्यक्ति ने एक फकीर से पुछा, उत्सव मनाने का बेहतरीन दिन कौन सा है ???* . फकीर ने प्यार से कहा - मौत से एक दिन पहले! व्यक्ति: मौत का तो कोई वक़त नहीं! फकीर ने मुस्कुराते हुए कहा... "तो ज़िंदगी का हर दिन आख़री समझो" _ और_ "जीने का आनन्द लो!"
छोटी मगर बहुत बड़ी बातछोटी मगर बहुत बड़ी बात " पानी अपना पूरा जीवन देकर पेड़ को बड़ा करता हैं, इसलिए शायद पानी लकड़ी को कभी डूबने नहीं देता।" . माँ- बाप का भी कुछ ऐसा ही सिद्धा…Read More
पेड़ के नीचे रखी..पेड़ के नीचे रखी भगवान की टूटी मूर्ति को देख कर समझ आया कि परिस्थिति चाहे कैसी भी हो पर कभी ख़ुद को टूटने नही देना. वर्ना ये दुनिया जब टूटने पर भगवान …Read More
बिकती है ना ख़ुशी कहींबिकती है ना ख़ुशी कहीं, ना कहीं गम बिकता है... लोग गलतफहमी में हैं, कि शायद कहीं मरहम बिकता है... इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है, उम्मी…Read More
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