रोटी पर "घी" और नाम के साथ "जी" लगाने से, "स्वाद" और "इज्जत" दोनों बढ़ जाते हैं | इंसान “जन्म” के दो “वर्ष” बाद “बोलना” सीख जाता है लेकिन “बोलना” क्या है ये “सीखने” मैं पूरा “जन्म” लग जाता है
ताकत की जरुरत..✍ ताकत की जरुरत तभी होती है.., जब कुछ बुरा करना हो.., वरना दुनिया में सब कुछ पाने के लिए प्रेम ही काफी है।…Read More
लोग अफ़सोस सेलोग अफ़सोस से कहते है की कोई किसीका नहीं, लेकिन कोई यह नहीं सोचता की हम किसके हुए...!!! परखो तो कोई अपना नही !!! समझो तो कोई पराया नहीं !!! तेरा मेरा …Read More
बिकती है ना ख़ुशी कहींबिकती है ना ख़ुशी कहीं, ना कहीं गम बिकता है... लोग गलतफहमी में हैं, कि शायद कहीं मरहम बिकता है... इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है, उम्मी…Read More
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